गणितीय गणना में साधारण ब्याज फार्मूला का योगदान हमेशा से ही अधिक रहा है. क्योंकि इसका प्रयोग व्यक्तिगत और प्रतियोगिता एग्जाम दोनों में प्रशों को हल करने के लिए किया जाता है. साधारण ब्याज का प्रयोग हमेशा गिने चुने मामलों में ही क्या जाता है, इसके विपरीत चक्रवृद्धि ब्याज का प्रयोग किया जाता है.
लेकिन एग्जाम में दोनों फार्मूला का प्रयोग लगभग एक ही साथ किया जाता है. इसलिए, प्रतियोगिता एग्जाम के तैयारी कर रहे उम्मीदवार के लिए ब्याज का सूत्र सबसे महत्वपूर्ण है. यहाँ साधारण ब्याज के सूत्र से सम्बंधित कुछ आवश्यक ट्रिक भी दिए गए है जो एग्जाम में मदद करते है.
साधारण ब्याज क्या है?
साधारण ब्याज की गणना सामान्यतः निम्न सूत्रों की गणना कर किया जाता है, इसे केवल मूल राशि पर, या मूलधन के उस भाग पर किया जाता है जिसे अभी तक अदा नहीं किया गया हो. अर्थात, ब्याज जब केवल मूलधन पर एक निश्चित समय के लिए एक ही दर पर लगाया जाता हैं, जैसे- SI = P × R × T, जहां P = मूलधन, R = ब्याज दर, और T = समय अवधि है. इन्ही सूत्रों पर साधारण ब्याज की गणना किया जाता है.
अवश्य पढ़े, औसत का फार्मूला, ट्रिक और परिभाषा
मूलधन (Principal):
वह धन, जो कर्ज के रूप में ली जाती है या दी जाती है. वह मूलधन कहलाता है. इसे P से व्यक्त किया जाता है.
समय (Time):
कर्ज ली या दी जाने की अवधि समय कहलाता है. इसे T या t से व्यक्त किया जाता है.
ब्याज दर ( Rate of Interest):
जिस दर से ब्याज लिया या दिया जाता है ब्याज दर कहलाता है. इसे r या R से सूचित किया जाता है.
ब्याज ( Interest ):
मूलधन के अतिरिक्त जो धन वापस किया जाता है, ब्याज किया जाता है. इसे I से सूचित किया जाता है.
मिश्रधन ( Amount ):
ब्याज सहित मूलधन को मिश्रधन कहते है, इसे A से व्यक्त किया जाता है.
अवश्य पढ़े, लाभ, हानि और बट्टा फार्मूला एवं ट्रिक्स
साधारण ब्याज का फार्मूला
ब्याज वाले अधिकतर प्रश्नों में समय सप्ताह, महीनें, तिमाही, छमाही आदि के रूप में होते है. जिसे सरलता से व्यक्त करने के लिए निम्न रूप का प्रयोग किया जाता है.
Note:-
- वर्ष में बदलने के लिए 12 भाग दें
- तिमाही से वर्ष में = 4 से भाग
- छमाही से वर्ष में = 2 से भाग
- सप्ताह को महीने में = 4 से भाग आदि.
यहाँ पढ़े, अनुपात और समानुपात फार्मूला, परिभाषा एवं प्रकार
मिश्रधन, मूलधन, समय, मिश्रधन तथा ब्याज की दर निकालने के लिए निम्न सूत्र
- साधारण ब्याज = मिश्रधन – मूलधन अर्थात I = A – P
- मूलधन = मिश्रधन – साधरण ब्याज अर्थात P = A – I
- मूलधन = साधारण ब्याज × 100 / समय × ब्याज की दर अर्थात P = (I × 100) / R × T
- मिश्रधन = मूलधन + साधरण ब्याज अर्थात A = P + I
- मिश्रधन = मूलधन × (100 + ब्याज की दर समय) अर्थात A = P × (100 + R)
- समय = साधरण ब्याज × 100 / मूलधन × ब्याज की दर अर्थात, T = (I × 100) / (P × R)
- ब्याज की दर = साधरण ब्याज × 100 / मूलधन × समय अर्थात, R = (I × 100) / (P × T)
Note:- साधारण ब्याज के संकेत अर्थ
- I = Interest (ब्याज)
- P = Principal (मूलधन)
- R = Rate of Interest ( ब्याज दर)
- T = Time (समय)
- A = Amount ( मिश्रधन)
साधारण ब्यास से सम्बंधित महत्वपूर्ण ट्रिक्स
1. कोई धन T वर्षों में साधारण ब्याज दर से n गुना हो जाता है, तो m गुना होने में लगा समय = (m – 1) / (n – 1) × T
उदाहरण:
कोई धन एक निश्चित साधारण ब्याज की दर से 10 वर्षों में तिगुना हो जाता है, तो कितने वर्षों में वह धन 5 जाएगा?
हल:
समय = (5 – 1) / (3 – 1) × 10 = 4 / 2 × 10 = 20 वर्ष.
2. कोई धन R % साधारण ब्याज की दर से T समय में n गुना हो जाता है, तो समय = (n – 1) / R × 100
उदाहरण :
कोई धन 10 % वार्षिक साधारण ब्याज की दर से कितने वर्षो में 5 गुना हो जाएगा?
हल:
समय = (5 – 1) / 10 × 100 = 40 वर्ष
3. कोई धन T वर्षों में साधारण व्याज की दर से n गुना हो जाता है, तो ब्याज दर (R) = (n – 1) / T × 100
उदाहरण:
कोई धन 5 वर्षों में साधारण ब्याज की दर से तिगुना हो जाता है, तो ब्याज दर क्या है?
हल:
ब्याज दर = 3 – 1 / 5 × 100 = 2 × 20 = 40 %
सामन्य प्रश्न: FAQs
Q. साधारण ब्याज का सूत्र क्या होता है?
संपूर्ण ऋण अवधि में मूलधन एक ही रहे, तो राशि पर लगने वाला ब्याज साधारण ब्याज होता है. साधारण ब्याज का फार्मूला मिश्रधन – मूलधन अर्थात I = A – P होता है.
Q. साधारण ब्याज की परिभाषा क्या है?
ब्याज जब केवल मूलधन पर एक निश्चित समय के लिए एक ही दर पर लगाया जाता हैं, तो उसे साधारण ब्याज कहते हैं.
Q. ब्याज कितने प्रकार के होते हैं?
ब्याज विभिन्न प्रकार के होते है. ज्यादातर प्रयोग होने वाले ब्याज इस प्रकार है:
- साधारण ब्याज
- चक्रवृद्धि ब्याज
- ब्याज दरों की संरचना
- संचयी ब्याज या वापसी
Q. मूलधन + ब्याज का सूत्र क्या है?
मूलधन + ब्याज का सूत्र यानि साधारण ब्याज का सूत्र मिश्रधन – मूलधन अर्थात I = A – P है.
इसे भी पढ़े,
महत्वपूर्ण तथ्य
जब कोई व्यक्ति किसी बैंक या किसी अन्य व्यक्ति से किसी निश्चित अवधि के लिए कोई धन लेता है, तो उसे साधारण ब्याज का सूत्र हिंदी के अनुसार प्रयोग किया जाता है. इस प्रक्रिया में सम्पूर्ण ऋण एक निश्चित आवधिक के लिए नियत रहता है. साधारण ब्याज यानि Simple Interest Formula in Hindi वाले प्रश्न हल करने के लिए मूलधन, ब्याज दर, समय आदि का प्रयोग किया जाता है.