भारत में आज के समय प्रतियोगिता एग्जाम की क्रेज सबसे अधिक है. और युवा ऐसे एग्जाम की ओर बढ़ते जा रहे है. ऐसे लगता है जैसे मानों युवा अपने सपनों को एक नया मुकाम दे चुके है. अधिकांश छात्र प्रतियोगिता एग्जाम की तैयारी के लिए कोचिंग, इंस्टिट्यूट आदि में शामिल होते हैं, ताकि बेहतर कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर सके. लेकिन बहुत सारे छात्र कोचिंग कक्षाओं में शामिल नहीं हो पाते हैं, जिससे वे कुछ टॉपिक पूरा नही कर पाते है.
सही दृष्टिकोण और रणनीति की तैयारी किसी भी प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण करने की सबसे सफल कुंजी है जो एक उम्मीदवार को एग्जाम क्रैक करने की प्रबल इच्छा प्रदान करता है.
देश में आयोजित प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाए जैसे; बैंक, UPSC, रेलवे, सरकारी एवं गैरसरकारी की रणनीति, पाठ्यक्रम, महत्वपूर्ण विषयों और इन परीक्षाओं के मूल्यांकन के बारे में विस्तार से चर्चा किया जाएगा, जो बेहतर भविष्य का मार्ग चुनने में मदद करेगा.
कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कैसे करे: टिप्स और रणनीति
कोई भी कोचिंग और इंस्टीट्यूट किसी भी परीक्षा को क्लीयर करने के लिए कुछ शॉर्टकट ट्रिक्स और तरीके प्रदान करते है जो तैयारी के लिए उपयुक्त होता है. लेकिन यह समझने की जरूरत है कि इस दुनिया में कुछ भी आसान नहीं है, जो मुफ्त में प्राप्त हो जाए.
प्रतियोगिता परीक्षाओं को हमेशा अपने आत्मबल और आत्मविश्वास से क्लियर किया जा सकता है. क्योंकि, कहा जाता है कि आपके अलावा कोई भी आपकी ताकत और कमजोरियों को नहीं समझ सकता है.
इसलिए, एग्जाम के पैटर्न को समझने और उसके अनुसार रणनीति तैयार करने का विचार स्वं करे, और स्व-अध्ययन और दृढ़ संकल्प के माध्यम से सफलता का मार्ग सुनिश्चित करे. इस परेशानी को दूर करने के लिए कुछ नायब तरीके दिया जा रहा है जो एग्जाम क्लियर करने में मदद करता है.
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अपना लक्ष्य निर्धारित करे
महान उदेश्य महान सोच से ही पुरें होते है. इसलिए, सबसे पहले एक लक्ष्य निर्धारित करे. निर्भर करता है कि लक्ष्य का उदेश्य क्या है. अगर लक्ष्य एग्जाम पास करने का है, तो उसे सफल करने के लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होगी. जिसे आप समयबद्ध तरीके से पूरा करेंगे.
ध्यान रखें,
केवल सोचनें से मुकाम हासिल नही होते है. उसके लिए कठित तपस्या करना पड़ता है. यहाँ उदेश्य से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य दिया गया है. जो आपके उदेश्यों को भूलने नही देगा.
उदेश्य को पूरा करने के लिए एक टेबल बनाएँ
- एक Blank पेपर पर अपने सपनों को लिखे.
- बिस्तर से उठने के बाद आपका ध्यान जहाँ सबसे पहले पड़ता है वहां उसे चिपकाएँ
- एक दिन में कम से कम 5-10 बार उसे याद करे.
- ये आदतें लक्ष्यों को भूलने नही देगा.
- और आप उसी के अनुसार अध्ययन करेंगे.
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प्रतियोगिता एग्जाम के सिलेबस को समझें
सामान्यतः यह किसी भी अभ्यास या एग्जाम का पहला भाग होता है. जिसे समझना अति आवश्यक होता है. क्योंकि अगर दिशा की पहचान सही न हो, तो रास्तें भटक जाते है. इसलिए, किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में परीक्षा पैटर्न और कठिनाई स्तर को समझने के लिए उसके सिलेबस का अध्ययन ध्यानपूर्वक आवश्यक है.
पिछले वर्ष हुए परीक्षा के प्रश्नपत्रों के साथ एक निर्धारित पाठ्यक्रम होता है. उस प्रशों को ध्यान से लिखे और समझने का प्रयास करे कि विषय से कितना प्रश्न दिया गया है.
ये तरीके आपको विषयों के बारे जानकारी देगा जो आपके भविष्य के लिए सरल रास्ता तैयार करेगा. अर्थात आपके दिशा को भटकने से बचाएगा.
- पिछले पांच वर्ष के प्रश्नपत्रों को इक्कठा करे.
- सभी प्रशों को एक सीरीज में लिखें, जैसे; GK, मैथ, रीजनिंग, आदि.
- उसका मुल्यांकन करे. अर्थात किस विषय से कितना प्रश्न आदि.
बोर्ड एग्जाम की तैयारी करने की टिप्स
Time-Table बनाएं
स्वं सुनिश्चित करें कि अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए कितना समय निर्धारित करना अनिवार्य है. उसके बाद इक्कठा किए हुए प्रश्नों के अनुसार विषयों की एक सरणी बनाए. और स्वं सुनिश्चित करें कि किस विषय के लिए कितना समय पर्याप्त है.
ध्यान रखें, वैसे ही समय सरणी बनाएँ जिसे आप पूरा कर सके. व्यर्थ सरणी बनाकर कोई लाभ नही, वह केवल आपके मानसिक तनाव को बढ़ाएगा. सबसे आवश्यक कि बनाए हुए सरणी के प्रति इमानदार रहे.
- एक ऐसे समय का चुनाव करे जो आपके लिए उपयुक्त हो.
- विषयों को अलग-अलग समय में विभाजित करे.
- प्रत्येक टॉपिक को एक निश्चित समय अवधि में बांटे.
- Maths की तैयारी सबसे अंत में करे.
- कोशिश करे, सरणी में रीजनिंग सबसे पहले हो.
- इंग्लिश को रीजनिंग के बाद ही रखे.
- प्रत्येक विषय पर 1:30 से 2 घंटे का समय दे.
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ऑनलाइन या ऑफलाइन क्लास का मदद लें
आज के समय में ऑनलाइन क्लासेज सबसे सस्ता है, लेकिन किसी खास मकसद के लिए यहाँ उपयुक्त जानकारी नही होती है. इसलिए, जिस प्रश्न पर संदेह हो, उसे सर्च करे. निश्चितरूप से आपका संदेह क्लियर हो जाएगा.
केवल संदेह वाला प्रश्न ही ऑनलाइन खोजें. क्योंकि वहां ध्यान भंग करने वाली वस्तुएं अधिक होती है. अगर आप ऑफलाइन क्लास लेते है तो नियमित रूप से क्लास पूरा करे. ये आपका सिलेबस पूरा करने में मदद करेंगे.
- नियमित रूप से क्लास लें
- ऑनलाइन में YouTube और Google का सहारा ले सकते है.
- केवल संदेह वाला प्रश्न ही ढूढ़े
- ऑफलाइन क्लास में दोस्तों से मदद लें
- हमेशा किसी न किसी टॉपिक पर परामर्श करते रहे.
- ये किसी भी टॉपिक को लम्बे समय तक स्मरण रखने में मदद करता है.
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प्रत्येक दिन रिवीजन करे
केवल एक बार अध्ययन करके सब कुछ लम्बे समय तक याद रखना किसी के लिए भी संभव नहीं है. इसलिए, शिक्षक ऐसे स्थति में Revise करने पर विशेष बल देते है. क्योंकिं, ज्यादातर मामलों में, यह देखा गया है कि किसी को पढ़ाए जाने के दौरान विषय को सरलता से समझा जा सकता है.
लेकिन रिवीजन की कमी के कारण इस तरह की वाक्यों या टॉपिक को जल्दी भूल जाते है. महान विद्वान कहते है कि सफलता पढ़ने की बदौलत नही मिलती बल्कि रिवीजन के बदौलत मिलती है.
रिवीजन के महत्वपूर्ण नियम
- समय सरणी में रिवीजन के भी समय निर्धारित करे.
- हमेशा वैसे टॉपिक पर फोकस करे जो कठिन हो.
- वर्तमान में जो चल रहा है ठीक उसके विपरीत वाले टॉपिक की रिवीजन करे.
- रिवीजन में कांसेप्ट क्लियर करे, प्रश्न नही.
- रिवीजन में ऑनलाइन का मदद अवश्य ले.
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पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करें
परीक्षा के पैटर्न को समझने के लिए, सबसे अच्छा और सरल समाधान, पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करना है. यहाँ प्रश्नों के बारीकियों के विषय में पूर्णतः ज्ञात होता है कि प्रशों कहाँ से है और इसमें गहराई कितनी है.
कम से कम 10 वर्षो के प्रश्न पत्र को हल करे और मूल्यांकन करे की आपकी तैयारी किस हद तक हुई है और कितना बाकि है.
Note:-
प्रश्न पत्र हल करने के लिए अपना समय सरणी न छोड़े बल्कि रिवीजन वाले समय में प्रशों को हल करे. अर्थात एक निश्चित अवधि में ही प्रशों के साथ प्रैक्टिस करे.
आत्मविश्वास-सफलता की दूसरी कुंजी
अनुभवी शिक्षक कहते है कि आत्मविश्वास वो मंत्र है जिसके बदौलत पूरी दुनिया जित सकते है. यह आपके अंदर एक कभी न ख़त्म होने वाली उर्जा की संचार करती है और विश्वास दिलाती है कि यह आप कर सकते है.
ऐसे विचार बनाए रखने के लिए वैसे माहौल में रहे जहाँ आपके सपनों को एक मंजिल मिले. अर्थात, हेमशा पढ़ाई पर मोटिवेशनल विचार पढ़े, जो आपके मष्तिस्क को उर्जावान रखे.
विद्वानों के अनुसार प्रेम और कठिन श्रम सफलता निश्चित अवश्य करती है. इसलिए, इस मर्यादा का मान रखे और अपने पथ पर गतिशील रहे. यह प्रक्रिया कम्पटीशन की तैयारी कैसे करे में मदद करेगा.
एंट्रेंस एग्जाम के तैयारी के लिए खुद को अपडेट रखें
खुद को अपने प्रतियोगिताओं एग्जाम के क्षेत्र में अपडेट रखना बहुत जरुरी है, इसकी महत्त्वता एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के दौरान बहुत ज्यादा है. जिस किसी भी एग्जाम की तैयारी कर रहे है, उससे सबंधित हर तरह की सूचना के लिए खुद को अपडेट रखना आवश्यक है. क्योंकि बहुत बार आप जरुरी सूचना से वंचित रह जाते हैं, जिसकी आपको आवश्यकता है.
किसी भी भर्ती से सबंधित खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेशा अख़बार या बोर्ड/आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आप अपनी परीक्षा से सबंधित जरुरी सूचना समय पर प्राप्त करते रहें. यह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करे के लिए आवश्यक है.
प्रैक्टिस करते रहे
प्रतियोगी परीक्षा की प्रैक्टिस का कोई ऑप्शन और लिमिट नही होता है. क्योंकि, ये पूरी तरह आपके विवेक पर निर्भर करता है कि आप एग्जाम के प्रति कितना सीरियस है. दरअसल, एग्जाम की 70% तैयारी प्रैक्टिस से ही होती है.
इसलिए, जितना संभव हो, उतना आपने एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए प्रैक्टिस करें और रिवाइज करें. रेग्यूलर प्रैक्टिस और रिविजन से एग्जाम से सम्बंधित सबकुछ याद रहेगा और आप किसी भी एंट्रेंस एग्जाम अच्छा स्कोर करने में सफलता प्राप्त करेंगे.
महत्वपूर्ण निष्कर्ष
प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कैसे करे के सन्दर्भ में ये पूरा आर्टिकल समर्पित है. जिसमे एग्जाम पास करने के सभी आवश्यक पहलुओं पर चर्चा किया गया है. अगर आप अपने मेहनत के प्रति इमानदार रहते है, तो मेरा दावा कि Competition Ki Taiyari Kaise Kare में अवश्य सफल होंगे. सफलता की आनंद तब आता है जब सभी कोशिशे आपकी स्वं हो.