प्रायिकता फार्मूला, परिभाषा एवं थ्योरी – Prayikta Formula

Prayikta Formula

प्रायिकता के सूत्र का उपयोग किसी घटना के घटित होने की संभावना की गणना करने के लिए किया जाता है. जिसमे घटनाएँ भिन्न-भिन्न होती है. जैसे, सांख्यिकी, गणित, विज्ञान, दर्शनशास्त्र आदि जैसे क्षेत्रों में संभावना व्यक्त करने के लिए Prayikta का प्रयोग अधिक मात्रा में किया जाता है. हालांकि, Prayikta का सम्बन्ध संभावना से है … Read more

माध्य मध्यिका बहुलक फार्मूला | Mean Median Mode in Hindi

Mean Median Mode

आँकड़ों को विभिन्न अवधारणाओं के अनुसार अलग-अलग वर्गों में गणना कनरे के लिए Mean Median Mode के रूप में बाँटा जाता है. ये आँकड़ों को तीन अलग-अलग रूपों में विभाजित करते है. दरअसल, ये केन्द्रिय प्रवृति के मान है जो संख्याओं द्वारा परिभाषित होते है. जैसे कक्षा 6 में आंकड़ों को चिन्हित करना, क्लास 7 … Read more

बहुभुज फार्मूला, परिभाषा एवं गुण | Bahubhuj Formula

Bahubhuj

बहुभुज, सरल रेखाओं से घिरी द्वि-आयामी ज्यामितीय आकृति है जिसकी भुजाओं की संख्या सिमित होती है. रेखाओं या रेखाखंड से घिरी लगभग सभी ज्यामितीय आकृति बहुभुज के रूप में परिभाषित किया जाते है. मुख्यरूप से, Bahubhuj की भुजाएँ सीधी रेखा के खंड से बनी होती हैं जो एक दूसरे से अंत तक जुड़ी रहती हैं. … Read more

बेलन का क्षेत्रफल का फार्मूला एवं उदाहरण – Belan ka Kshetrafal

Belan ka Kshetrafal

किसी भी गणितीय ज्यामितीय आकृति का पृष्ठीय क्षेत्रफल उसके सभी फलकों या भुजाओं के क्षेत्रफल के योग से निर्धारित होता है. एक Belan ka Kshetrafal ज्ञात के लिए, उसके आधारों का क्षेत्रफल को बेलन के पार्श्व पृष्ठीय क्षेत्रफल या बेलन की ऊंचाई के क्षेत्रफल में जोड़ा जाता है. जैसे, क्षेत्रफल = 2πr2 + 2πrh क्षेत्रफल को … Read more

माध्यक का फार्मूला, परिभाषा एवं उदाहरण | Madhyak ka Formula

Madhyak ka Formula

Madhyak ka Formula, सांख्यिकी का सबसे अहम भाग है जो क्लास 10th के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है. यह एक ऐसी संख्या है जो आँकड़ो के बिच उपलब्ध होती है. माध्यक ज्ञात करने के लिए संख्याओं को आरोही या अवरोही क्रम में संयोजित किया जाता है. अर्थात, दी गई संख्याओं के समूह के सबसे मध्य … Read more

अभाज्य संख्या की परिभाषा, गुण एवं उदाहरण | Abhajya Sankhya

Prime Number in Hindi

अभाज्य संख्या, संख्या प्रणाली का वह महत्वपूर्ण भाग है जो 1 और स्वं से विभाजित होता है. अर्थात, वैसी संख्या जो 1 या खुद से विभक्त हो, उसे अभाज्य संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है. उदाहरणस्वरुप, 9 कोई पूर्णांक संख्या है जिसका गुणांक 1, 3 और 9 तथा 7 का गुणांक 1 और … Read more

सम चतुर्भुज का क्षेत्रफल, परिभाषा एवं गुण: Sam Chaturbhuj

Sam Chaturbhuj

गणितीय यूक्लिडियन ज्यामिति आकृति में, रोम्बस यानि Sam Chaturbhuj एक प्रकार का चतुर्भुज है, जो समांतर चतुर्भुज के लगभग समान होता है. इस चतुर्भुज के विकर्ण 90 डिग्री पर एक दूसरे को काटते हैं. यह रोम्बस की विशेष नियम है. विषमकोण समचतुर्भुज की आकृत लगभग Diamond के समान होता है. इसलिए, इसे डायमंड चतुर्भुज भी … Read more

सांख्यिकी की परिभाषा, फार्मूला एवं प्रयोग | Sankhyiki

Sankhyiki

गणितीय सांख्यिकी का उदेश्य विज्ञान के उन तथ्यों से है जहाँ आंकड़ों का संग्रह, गणना, स्पष्टीकरण आदि क्रियाएँ होती है. Sankhyiki के अंतर्गत सरणी को इस प्रकार व्यस्थित किया जाता है ताकि सरणी की विशेषता, महत्व आदि जैसे कार्यों को और अधिक स्पस्ट किया जा सके. यह अनुमान के साथ-साथ एक स्पस्ट गणना को भी … Read more

समलम्ब चतुर्भुज का क्षेत्रफल, परिभाषा और गुणधर्म: Samlamb Chaturbhuj

Samlamb Chaturbhuj

यूक्लिडियन ज्यामिति में, चतुर्भुज चार सतहों से घिरा एक आकृति है जिसे भिन्न-भिन्न भागो में उपयोगिता के अनुसार विभाजित किया गया है. सबसे महत्वपूर्ण चतुर्भुजों में एक Samlamb Chaturbhuj है, जिसके चारों आंतरिक कोणों का योग 360° होता है. समलम्ब एक ऐसा चतुर्भुज है, जिसमें केवल दो समानांतर भुजाएँ होती हैं और अन्य दो भुजाएँ … Read more

घन और घनमूल फार्मूला एवं परिभाषा: Cube and Cube Root in Hindi

Cube and Cube Root in Hindi

घन और घनमूल एक ऐसा गणितीय सिद्धांत है जिसके अंतर्गत मैथ्स के मुख्य पहलुओं का गणना किया जाता है. इसका ज्यादातर प्रयोग क्लास 6 से क्लास 9 तक होता है, लेकिन उच्च क्लास में इसकी अहिमियत निम्न वर्ग से अधिक हो जाती है. हालांकि अधिकतर विद्यार्थियों को यह समझने में परेशानी होती है कि घन … Read more