B.Ed एक प्रतिष्ठित कोर्स होने के साथ-साथ एक बेहतर कैरियर प्रदान करने वाला कोर्स भी है. भारतीय संस्कृति में शिक्षक को सर्वोच्च सम्मान मिलता है क्योंकि शिक्षक शिक्षा के मुख्य स्रोत होते हैं. इस दृष्टिकोण से शिक्षक का महत्व शिक्षा से भी उच्च माना जाता है.
भारत एक ऐसा राष्ट्र है जहां शिक्षा देने वाले शिक्षक को गुरु पद से सम्मानित किया जाता है, जिसका उद्देश्य शिक्षा को प्रसारित करना होता है. शिक्षक उन महत्वपूर्ण बिंदुओं का स्रोत होते हैं, जो जीवन को दिशा के साथ-साथ गति प्रदान करते हैं. इसलिए भारत जैसे देश में शिक्षक बनना किसी नोएल विजेता सम्मान से कम नहीं है.
शिक्षक पद धारण करने के लिए भारत सरकार शिक्षकों के लिए एक प्रसिद्ध कोर्स यानि B.Ed करना अनिवार्य कर दिया है. ताकि शिक्षा को एक नई पहचान एवं शिक्षा की गुणवत्ता पहले से बेहतर बनाए जा सके. इसलिए हर शिक्षक उम्मीदवार को B.Ed की डिग्री लेना आवश्यक होता है.
B.Ed क्या है?
बीएड शिक्षा में प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है जो 2 वर्ष का होता है. शिक्षण शैली को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति, मानव मूल्य, शैक्षणिक मनोविज्ञान, शैक्षणिक मूल्यांकन, शिक्षा दर्शन, मार्गदर्शन और परामर्श आदि में विशेषता हासिल करने वाले उम्मीदवारों को भारत सरकार द्वारा B.Ed की डिग्री प्रदान किया जाता हैं.
इस कोर्स के अंतर्गत उम्मीदवार को शिक्षण के विशेष पहलुओं पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. ताकि शिक्षण महत्व को और बढ़ावा दिया जा सके.
इसलिए शिक्षा महत्व को समझने हेतु शिक्षा पद के उम्मीदवार को भारत सरकार के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से B.Ed की विशेष डिग्री लेना अनिवार्य है.
इसके उपरांत भारत सरकार के नियमों एवं शर्तों के अनुसार शिक्षा के प्रसिद्ध पद पर स्थान प्राप्त करने के अवसर प्रदान किया जाएगा.
B.Ed का फुल फॉर्म क्या है?
बीएड एक प्रतिष्ठित डिग्री कोर्स है जो वास्तव में शिक्षा महत्व के मर्यादा का मान रखता है, एवं इसका फुल फॉर्म शिक्षा के महत्व का प्रदर्शन करता है. B.ed का अंग्रेजी फुल फॉर्म “बैचलर आफ एजुकेशन” (Bachelor of Education) तथा हिंदी फुल फॉर्म “शिक्षा शास्त्र में स्नातक” होता है. अर्थात,
B. Ed का फुल फॉर्म हिंदी में | बैचलर आफ एजुकेशन |
B. Ed का फुल फॉर्म English में | Bachelor of Education |
B.Ed करने के लिए योग्यता
B.Ed की डिग्री प्राप्त करने के लिए आवश्यक एवं न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन होता है. किसी प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से, बीएससी, बीकॉम, बैचलर ऑफ आर्ट, आदि ग्रैजुएट उम्मीदवार B.Ed कोर्स के लिए योग्य होते है.
शर्त एवं नियम के अनुसार ग्रेजुएशन के प्रत्येक विषय में कम से कम 50% मार्क्स होना अनिवार्य है. जबकि मैथमेटिक्स में कम से कम 55% मार्क्स आवश्यक है.
परंतु कुछ राज्यों के शिक्षा कानून एवं आरक्षण नीतियों के अनुसार 50% से भी कम मार्क्स B.Ed के लिए पर्याप्त हो सकता है.
- ग्रेजुएशन अनिवार्य
- प्रत्येक विषय में 50% मार्क्स अनिवार्य
- शिक्षण शैली
- किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट उम्मीदवार
- भाषाओं की समझ
- विशेषता हासिल करने की लगन
B.Ed की एडमिशन प्रक्रिया
इस डिग्री को प्राप्त करने हेतु एडमिशन प्रक्रिया थोड़ी अलग होती है. क्योंकि, विश्वविद्यालय अपनी अलग प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन करती है एवं उसी के आधार पर B. Ed एडमिशन प्रक्रिया पूरी करती है.
समानतः B.Ed की प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन मई और जुलाई के बीच में किया जाता है.
भारत के प्राइवेट और सरकारी संस्थान B.Ed की डिग्री प्राप्त करने की अवसर प्रदान करते हैं. जिसमें एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के मार्क्स के अनुसार किया जाता है. यूनिवर्सिटी,आप अपने मार्क्स के अनुसार पसंद कर सकते हैं.
प्राइमरी या जूनियर विद्यालय में टीचर बनने के लिए संबंधित राज्य की TET परीक्षा पास करना अनिवार्य है. तथा केन्द्र सरकार की CTET परीक्षा पास करना, दोनों के लिए योग्यता स्नातक के साथ B.Ed या बीटीसी अनिवार्य है.
इसे भी पढ़े
B.Ed की Subjects
B.Ed शिक्षा के क्षेत्र में संपन्नता हासिल करने के अवसर प्रदान करता है. आप किसी भी सब्जेक्ट में संपूर्ण विशेषता हासिल कर सकते हैं एवं शिक्षक पद के लिए दावेदार भी हो सकते हैं. समस्या सिर्फ एक कदम उठाने की है कि आप किस में महानता हासिल करना पसंद करते हैं.
- अंग्रेज़ी
- तमिल
- होम साइंस
- रसायन विज्ञान
- जैविक विज्ञान
- प्राकृतिक विज्ञान
- हिन्दी
- भौतिक विज्ञान
- अर्थशास्त्र
- विशेष शिक्षा
- व्यापार
- शारीरिक शिक्षा
- कंप्यूटर विज्ञान
- भौतिक विज्ञान
- गणित
- हियरिंग इम्पेरेड
- राजनीति विज्ञान
- भूगोल
Semester I | Semester II |
Childhood And Growing Up | Assessment for Learning |
Critical Understanding of ICT | Creating An Inclusive School |
Department of Elective 1 | Department of Elective 3 |
Department of Elective 2 | Department of Elective 4 |
Drama And Art In Education | Department of Elective 5 |
Gender School And Society | Department of Elective 6 |
Learning And Teaching | Internship |
Learning And Teaching- Practical | Language Across the curriculum |
Semester III | Semester IV |
Department of Elective 5 | Contemporary India And Education |
Department of Elective 6 | Current Affairs |
Learning Resource Project | Department of Elective 7 |
Service Learning | Knowledge And Curriculum |
– | Reasoning Ability |
– | Understanding Disciplines And Subjects |
– | Understanding the Self |
– | Workshop on Life Skills |
– | Workshop on School Management |
बीएड की फीस कितनी है?
शिक्षा पद के उम्मीदवार B.Ed की डिग्री रेगुलर मोड और डिस्टेंस मोड दोनों से प्राप्त कर सकते हैं. शर्त यह है की सरकारी और प्राइवेट दोनों संस्थाओं में फ़ीस अलग अलग होती है.
प्राइवेट और सरकारी विश्वविद्यालयों में रेगुलर मोड की फीस सामान्यतः डिस्टेंस मोड से अधिक होता है. प्राइवेट कॉलेज/इंस्टीट्यूट में रेगुलर मोड की फीस 45,000 से 70,000 के बीच तथा डिस्टेंस मोड़ की फीस 35,000 से 55,000 के बीच होता है.
तथा सरकारी संस्थान में रेगुलर मोड की फीस 30, 000 से 50,000 के बीच तथा डिस्टेंस मोड की फीस 20,000 से 40,000 के बीच होता है.
B.Ed कैसे करे?
भारत में शिक्षक बनने के लिए class 10 से ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाती है. अर्थात, यदि आप टीचर बनाना चाहते है, तो आपको class 10 से ही उसी Subject के अध्ययन करना चाहिए जिसमे आपकी रूचि है.
यह प्रक्रिया किसी एक विषय में सबसे अच्छा टीचर बनने का सुभाग्य देता है. इसलिए, हमेशा अपने मनपसंद वाले Subject के साथ ही 12 और ग्रेजुएशन पूरा करना चाहिए.
यहाँ B.Ed कैसे बने के सम्बन्ध आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराया गया है जो एक टीचर बनने में मदद करता है.
बीएड के लिए 12th क्लियर करे
टीचर बनने की प्रक्रिया क्लास 12 से शुरू हो जाती है. क्योंकि, आप वैसे ही स्ट्रीम पसंद करते है जिसमे आपकी रूचि होती है. अर्थात, यदि आपको mathematics की टीचर बनना है, तो PCM के साथ जाते है. और यदि बायोलॉजी का टीचर बनाना हो, तो PCMB के साथ जाते है.
स्ट्रीम सिलेक्शन हमेशा से ही एक महत्वपूर्ण बिंदु रहा है. इसलिए, BEd करने के लिए class 12 को ही मुख्य आधार माना जाता है. क्योंकि, बीएड में एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने होते है. और इसके लिए class 12 में बेस्ट मार्क्स प्राप्त करना अनिवार्य होता है.
ग्रेजुएशन क्लियर करे
class 12 क्लियर करने के बाद उसी Subjects से ग्रेजुएशन करना अनिवार्य होता है. क्योंकि बीएड की न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन होता है जिसमे 50 से 60% मार्क्स अनिवार्य है.
ग्रेजुएशन उसी Subject से करना है जिसमे आपको रूचि है. क्योंकि, भविष्य में आप उसी subject के टीचर और प्रोफेसर बनने वाले है.
बीएड के लिए Apply करे
अपने पसंदिता Subject से ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद बीएड के लिए Apply करे. बीएड में सामान्यतः दो प्रकार से एडमिशन प्रदान किया जाता है. पहला, कॉलेज / यूनिवर्सिटी एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते है जिसे पास करना उम्मीद्वार के लिए आवश्यक होता है.
दूसरा, कई बार कॉलेज / यूनिवर्सिटी मार्क्स के अनुसार यानि मेरिट Based भी एडमिशन फैसिलिटी प्रदान करते है. लेकिन इस प्रक्रिया में फीस अधिक लगती है.
सरकारी कॉलेज में एडमिशन प्राप्त करने के लिए बीएड की एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना अनिवार्य होता है. लेकिन प्राइवेट कॉलेज में डिस्टेंस Mode एडमिशन करा सकते है.
B.Ed में करियर
बीएड कोर्स पूरा करने के उपरांत उम्मीदवार प्राइमरी टीचर, जूनियर स्कूल में शिक्षक तथा माध्यमिक स्कूल में टीचर बन करियर को एक नई पहचान दिला सकते हैं.
B.Ed डिग्री धारक हाई स्कूल तथा 12th तक के छात्रों को अध्यापन का कार्य भी करते हैं. केंद्रीय विद्यालयों की टीचर्स की वैकेंसी में स्नातक के साथ-साथ B.Ed की डिग्री की मान्यता दी जाती है. कहा जाए तो आप B.ed डिग्री के साथ प्राइमरी टीचर से 12th तक के शिक्षक बन सकते हैं.
प्रसिद्ध जॉब प्रोफाइल्स
- प्रशासक
- सहायक डीन
- सामग्री लेखक
- सलाहकार
- शिक्षा शोधक
- कोचिंग केंद्र
- शिक्षा परामर्शदाता
- गृह अध्यापन
- निजी प्राइमरी
- पब्लिशिंग हाउस
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट एजेंसियां
- निजी स्कूल और कॉलेज
- शिक्षक
B.Ed सैलरी पैकेज
एक B.ed उम्मीदवार की प्रारभिक वार्षिक सैलरी पैकेज टीजीटी शिक्षकों के तौर पर 2 लाख से 4 लाख रुपए तथा पीजीटी शिक्षकों के तौर पर आपको 4 लाख से 6 लाख रुपए वार्षिक सैलरी पैकेज प्राप्त करने के अवसर मिल सकता है.
साथ ही निजी कोचिंग संस्थान/कॉलेज एवं किसी अन्य संस्थान से जुड़कर बेहतर सैलरी पैकेज प्राप्त किया जा सकता है.
Conclusion
B.Ed में एडमिशन लेने से पहले कॉलेज, संस्थान, यूनिवर्सिटी, आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करें. जिस विषय से विशेषता हासिल करना चाहते हैं की क्या संस्थान उस विषय में डिग्री प्रदान करती है या नहीं
Also Read,
पूछे जाने वाले प्रश्न: FAQs
बीएड में शिक्षक बनने की पढ़ाई कराई जाती है, जिससे आपको पढ़ाने के बेहतरीन स्किल पता चले. इसमें ट्रेनिंग के साथ पढ़ाने के भी मौके प्रदान किए जाते है.
बीएड करने से शिक्षक बनने की संभावना बढ़ जाती है. इसके बाद सरकारी टीचर बनने के लिए एंट्रेंस एग्जाम में बैठ सकते है. इसके अलावे विभिन्न प्राइवेट स्कूल या कॉलेज में शिक्षक भी हो सकते है.
यदि आप टीचर बनना चाहते है, तो बीएड करना अनिवार्य है. क्योंकि सरकारी स्कूल, कॉलेज, इंस्टिट्यूट आदि में जॉब पाने के लिए बीएड करना महत्वपूर्ण है. यदि इस कोर्स को नही करते है, तो सरकारी टीचर नही बन सकते है.
Nice Post Sir and very nice Post Sir
Sir bahut achhi jankari hai